एक व्यक्ति कंपनी (One Person Company) क्या है? अर्थ, विशेषताएँ, और बहुत कुछ।

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जब व्यवसाय स्वतंत्र रूप से काम करते हैं तो वे तेजी से बढ़ते हैं। कंपनी अधिनियम इसमें मदद करता है और यह कंपनियों को अलग कानूनी इकाई (Separate Legal Entity), सामान्य मुहर (Common Seal), मुकदमा करने की क्षमता (Ability to Sue) आदि प्रदान करता है और उसके मालिक को सीमित दायित्व (Limited Liability) आदि प्रदान करता है। लेकिन समस्या यह थी कि कंपनी अधिनियम के तहत व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए, निजी कंपनियों में कम से कम 2 व्यक्तियों की आवश्यकता होती थी, और सार्वजनिक कंपनियों में कम से कम 7 व्यक्तियों की आवश्यकता होती थी। इस समस्या को दूर करने के लिए कंपनी अधिनियम, 2013 ने एक व्यक्ति कंपनी (One Person Company) की अवधारणा पेश की।

कंपनी अधिनियम, 2013 ने एक व्यक्ति कंपनी (One Person Company) की अवधारणा पेश की, कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए केवल एक व्यक्ति की आवश्यकता होती है।

What is a One Person Company? Meaning, features, and more.

एक व्यक्ति कंपनी क्या है? (What is a One Person Company?)

एक व्यक्ति कंपनी का मतलब (Meaning of One Person Company)

एक व्यक्ति कंपनी का मतलब एक ऐसी कंपनी है जिसमें कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए केवल एक व्यक्ति की आवश्यकता होती है।

सरल भाषा में कहें तो एक व्यक्ति कंपनी का मतलब ऐसी कंपनी से है जिसमें केवल एक ही सदस्य होता है।


एक व्यक्ति कंपनी की परिभाषा (Definition of One Person Company)

कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 2(62) के अनुसार – “एक व्यक्ति कंपनी का अर्थ ऐसी कंपनी है जिसमें सदस्य के रूप में केवल एक व्यक्ति होता है।”

As per Section 2(62) of the Companies Act, 2013 – “One Person Company means a company which has only one person as a member.”


एक व्यक्ति कंपनी की विशेषताएं (Features of One Person Company)

एक व्यक्ति कंपनी की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. एक व्यक्ति (One Person):

एक व्यक्ति वाली कंपनी में केवल एक ही सदस्य होता है और वह व्यक्ति सदस्य और निदेशक के रूप में कार्य करता है।

अलग कानूनी इकाई एक व्यक्ति कंपनी की सबसे बड़ी विशेषता है क्योंकि यह अपने मालिक से अलग हो जाती है और एक अलग कानूनी इकाई बन जाती है। इसके अनुसार कंपनी और उसके मालिक दो अलग-अलग व्यक्ति हैं।

3. सीमित दायित्व (Limited Liability):

एक व्यक्ति कंपनी के सदस्य सीमित देयता सुविधाओं का आनंद लेते हैं। सीमित दायित्व का अर्थ है सदस्य अपने हिस्से तक उत्तरदायी है।

4. निरंतर उत्तराधिकार (Perpetual Succession):

निरंतर उत्तराधिकार का अर्थ है निरंतरता, जिसके अनुसार सदस्य आ सकते हैं और जा सकते हैं लेकिन कंपनी जारी रहेगी। एक व्यक्ति वाली कंपनी को यह सुविधा मिलती है, भले ही उसमें केवल एक ही सदस्य हो।

5. मुकदमा करने की क्षमता (Ability to Sue):

जब व्यवसाय कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होता है, तो व्यवसाय को कानून के तहत एक अलग कानूनी इकाई मिलती है, जिसके तहत कंपनी अपने नाम पर किसी पर भी मुकदमा कर सकती है।

6. नामांकित व्यक्ति (Nominee):

इस कंपनी के अंतर्गत एक नामांकित व्यक्ति की आवश्यकता होती है क्योंकि यदि सदस्य काम करने में असमर्थ हो जाता है, मर जाता है, या मरने के बराबर हो जाता है तो नामांकित व्यक्ति, सदस्य का पद संभाल लेता है। नाबालिग, मानसिक रूप से अस्वस्थ, कानून द्वारा अयोग्य घोषित व्यक्ति नामांकित व्यक्ति के लिए पात्र नहीं है।

7. स्वामित्व की क्षमता (Capacity of Ownership):

जब व्यवसाय कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होता है, तो व्यवसाय को कानून के तहत एक अलग कानूनी इकाई मिलती है, जिसके तहत कंपनी अपने नाम पर संपत्ति खरीद और बेच सकती है।

8. नाम (Name):

कंपनी अधिनियम में एक व्यक्ति कंपनी की अवधारणा के तहत पंजीकृत व्यवसायों को अपने नाम के बाद एक व्यक्ति कंपनी (OPC) जोड़ना होगा।


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QNA/FAQ

Q1. एक व्यक्ति कंपनी क्या है?

Ans: एक व्यक्ति कंपनी का मतलब एक ऐसी कंपनी है जिसमें कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए केवल एक व्यक्ति की आवश्यकता होती है।

Q2. एक व्यक्ति कंपनी की परिभाषा लिखिए।

Ans: कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 2(62) के अनुसार – “एक व्यक्ति कंपनी का अर्थ ऐसी कंपनी है जिसमें सदस्य के रूप में केवल एक व्यक्ति होता है।”

Q3. एक व्यक्ति कंपनी की विशेषताएँ लिखिए।

Ans: एक व्यक्ति कंपनी की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. एक व्यक्ति (One Person)
2. अपनी अलग कानूनी पहचान (Separate Legal Entity)
3. सीमित दायित्व (Limited Liability)
4. निरंतर उत्तराधिकार (Perpetual Succession)
5. मुकदमा करने की क्षमता (Ability to Sue)
6. नामांकित व्यक्ति (Nominee)
7. स्वामित्व की क्षमता (Capacity of Ownership)
8. नाम (Name)

Q4. एक व्यक्ति कंपनी क्यों पेश की गई?

Ans: जब व्यवसाय स्वतंत्र रूप से काम करते हैं तो वे तेजी से बढ़ते हैं। कंपनी अधिनियम इसमें मदद करता है और यह कंपनियों को अलग कानूनी इकाई (Separate Legal Entity), सामान्य मुहर (Common Seal), मुकदमा करने की क्षमता (Ability to Sue) आदि प्रदान करता है और उसके मालिक को सीमित दायित्व (Limited Liability) आदि प्रदान करता है। लेकिन समस्या यह थी कि कंपनी अधिनियम के तहत व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए, निजी कंपनियों में कम से कम 2 व्यक्तियों की आवश्यकता होती थी, और सार्वजनिक कंपनियों में कम से कम 7 व्यक्तियों की आवश्यकता होती थी। इस समस्या को दूर करने के लिए कंपनी अधिनियम, 2013 ने एक व्यक्ति कंपनी (One Person Company) की अवधारणा पेश की, कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए केवल एक व्यक्ति की आवश्यकता होती है।

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