साझेदारी डीड का क्या महत्व है? (What is the importance of partnership deed?)

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साझेदारी व्यक्तियों के बीच का रिश्ता है और रिश्ते को बनाए रखने के लिए नियमों और शर्तों और दिशानिर्देशों का होना बहुत जरूरी है, इसी अवधारणा से साझेदारी डीड का निर्माण किया गया है। साझेदारी डीड साझेदारों के बीच एक समझौता है जो साझेदारों और फर्म के बीच संबंधों के बारे में बताता है। साझेदारी डीड में व्यवसाय और साझेदारों के लिए सभी आवश्यक तत्व दिए गए होते हैं, इसीलिए साझेदारी डीड व्यवसाय के लिए महत्वपूर्ण होती है।

Importance of Partnership Deed

साझेदारी डीड का महत्व (Importance of Partnership Deed)

साझेदारी डीड का महत्व निम्नलिखित हैं:

1. सुचारू कार्य (Smooth Function):

साझेदारी डीड व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है क्योंकि साझेदारी डीड में सभी महत्वपूर्ण तत्व दिए गए होते हैं। साझेदार और फर्म साझेदारी डीड के अनुसार कार्य करते हैं।

2. स्पष्टता (Clarity):

साझेदारी डीड साझेदारों के बीच स्पष्टता बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि साझेदारी डीड में सभी महत्वपूर्ण तत्व दिए गए होते हैं। जैसे अधिकार और कर्तव्य, लाभ और हानि साझाकरण अनुपात आदि।

3. मध्यस्थता (Arbitration):

मध्यस्थता का अर्थ है कि यदि साझेदारों के बीच कोई विवाद उत्पन्न होता है तो वे अपनी समस्या का समाधान कैसे करेंगे और मध्यस्थता में मध्यस्थ की भूमिका कौन निभाएगा? इस समस्या से बचने के लिए साझेदारी डीड का होना जरूरी है क्योंकि साझेदारी डीड में मध्यस्थता खंड का उल्लेख होता है।

4. लाभ और हानि साझाकरण अनुपात (Profit and Loss Sharing Ratio):

लाभ और हानि साझाकरण अनुपात केवल तभी लागू होता है जब साझेदारी डीड उपलब्ध हो। यदि साझेदारी डीड अनुपस्थित है तो सभी साझेदार लाभ और हानि को समान रूप से बाँटते हैं, भले ही कुछ साझेदारों ने फर्म में अधिक पूँजी निवेश की हो।

5. लाइसेंसिंग में मदद (Helps in Licensing):

साझेदारी फर्म में साझेदारी डीड फर्म का संविधान और कानूनी दस्तावेज होता है, इसलिए यह हर क्षेत्र में मान्य होता है। साझेदारी डीड कानूनी कार्यों जैसे पंजीकरण, लाइसेंसिंग और अन्य महत्वपूर्ण चीजों में मदद करता है।

6. पारिश्रमिक (Remuneration):

साझेदारी डीड साझेदारों के पारिश्रमिक को परिभाषित करता है। साझेदारी फर्म के साझेदार पारिश्रमिक प्राप्त करने के हकदार तभी होते हैं जब साझेदारी डीड में खंड का उल्लेख किया गया हो।

7. ऋण में मदद (Helps in Loan):

साझेदारी डीड कानून की नजर में एक कानूनी दस्तावेज है क्योंकि साझेदारी डीड साझेदारी फर्म का एक संविधान है। यह बाज़ारों से ऋण और साख (Loans and Credits) प्राप्त करने में सहायता करता है।

8. ब्याज परिभाषित (Define Interest):

साझेदारी डीड ऋण, पूंजी और आहरण पर ब्याज को परिभाषित करता है। साझेदारी डीड के अभाव में साझेदार को लोन पर 6% सालाना ब्याज मिलता है। साझेदार आहरण पर ब्याज देने और पूंजी पर ब्याज प्राप्त करने के हकदार नहीं हैं।


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QNA/FAQ

Q1. साझेदारी डीड का क्या महत्व है?

Ans: साझेदारी डीड का महत्व निम्नलिखित हैं:

1. सुचारू कार्य (Smooth Function)
2. स्पष्टता (Clarity)
3. मध्यस्थता (Arbitration)
4. लाभ और हानि साझाकरण अनुपात (Profit and Loss Sharing Ratio)
5. लाइसेंसिंग में मदद (Helps in Licensing)
6. पारिश्रमिक (Remuneration)
7. ऋण में मदद (Helps in Loan)
8. ब्याज परिभाषित (Define Interest)

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