कंपनी के फायदे और नुकसान (Advantages and Disadvantages of the Company)

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कंपनी कानून की नजर में एक कानूनी इकाई है और यह किसी विशेष कारण से गठित व्यक्तियों का एक संघ है। जब कोई कंपनी कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होती है, तो उसके निम्नलिखित फायदे और नुकसान होते हैं।

Advantages and Disadvantages of the Company

कंपनी के फायदे (Advantages of Company)

कंपनी के निम्नलिखित फायदे हैं:

अलग कानूनी इकाई कंपनी का सबसे बड़ा फायदा है क्योंकि इसके तहत कंपनी अपने मालिक से अलग हो जाती है और एक अलग कानूनी इकाई बन जाती है। इसके मुताबिक कंपनी और उसके मालिक दो अलग-अलग व्यक्ति हैं।

2. निरंतर उत्तराधिकार (Perpetual Succession):

निरंतर उत्तराधिकार का अर्थ है निरंतरता, जिसके अनुसार सदस्य आ सकते हैं और जा सकते हैं लेकिन कंपनी जारी रहेगी। जब तक कंपनी को बंद न किया जाये तब तक कंपनी बंद नहीं हो सकती।

3. सीमित दायित्व (Limited Liability):

कंपनी के सदस्य सीमित देयता सुविधाओं का आनंद लेते हैं। सीमित दायित्व के तहत सदस्य केवल अपने हिस्से तक ही उत्तरदायी होता है।

4. शेयरों की हस्तांतरणीयता (Transferability of Shares):

किसी कंपनी में शेयरों की हस्तांतरणीयता कंपनियों और गवर्निंग अथॉरिटीज पर निर्भर करती है। सार्वजनिक कंपनी में कोई भी अपना हिस्सा बड़े पैमाने पर जनता को हस्तांतरित कर सकता है और निजी कंपनी में ऐसा नहीं है।

5. सामान्य मुहर (Common Seal):

कंपनी एक कृत्रिम व्यक्ति है इसलिए वह हस्ताक्षर नहीं कर सकती। इसके लिए कंपनी के नाम पर एक मुहर बनाई जाती है ताकि अगर कोई समझौता या अनुबंध हो तो उस पर कंपनी की मुहर लगाई जा सके।

6. मुकदमा करने की क्षमता (Ability to Sue):

जब व्यवसाय कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होता है, तो व्यवसाय को कानून के तहत एक अलग कानूनी इकाई मिलती है, जिसके तहत कंपनी अपने नाम पर किसी पर भी मुकदमा कर सकती है।

7. स्वामित्व की क्षमता (Capacity of Ownership):

जब व्यवसाय कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होता है, तो व्यवसाय को कानून के तहत एक अलग कानूनी इकाई मिलती है, जिसके तहत कंपनी अपने नाम पर संपत्ति खरीद और बेच सकती है।


कंपनी के नुकसान (Disadvantages of Company)

कंपनी के नुकसान निम्नलिखित हैं:

1. जटिल (Complex):

कंपनी बनाना और चलाना अन्य रूपों की तुलना में अधिक जटिल है क्योंकि कंपनी अधिनियम के तहत किसी व्यवसाय को पंजीकृत करने के लिए कई कानूनी कदम उठाने पड़ते हैं और कई आंतरिक कार्य भी होते हैं जो काफी जटिल होते हैं।

2. महँगा (Expensive):

एक कंपनी में कई प्रकार के कानूनी और कार्यात्मक कार्य करने पड़ते हैं, जिन्हें करने के लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता होती है, इसीलिए कंपनी बनाना और चलाना अन्य रूपों की तुलना में अधिक महंगा होता है।

3. पारदर्शिता (Transparency):

कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत सभी व्यवसायों को अपना वित्तीय डेटा सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करना पड़ता है, जो कंपनी के लिए सबसे बड़ा नुकसान माना जा सकता है क्योंकि यह डेटा कंपनी के लिए घातक हो सकता है।

4. ज़िम्मेदारी (Responsibility):

सरकार द्वारा कंपनियों पर कई तरह की जिम्मेदारियां थोपी जाती हैं, जिन्हें पूरा करना कंपनियों के लिए अनिवार्य होता है, जिसके कारण कंपनियों को काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं। यह जिम्मेदारी तभी लागू होती है जब कंपनी सरकार द्वारा बनाए गए मानदंडों पर खरी उतरती है।


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QNA/FAQ

Q1. कंपनी के लाभ लिखिए।

Ans: कंपनी के फायदे निम्नलिखित हैं:

1. अपनी अलग कानूनी पहचान (Separate Legal Entity)
2. निरंतर उत्तराधिकार (Perpetual Succession)
3. सीमित दायित्व (Limited Liability)
4. शेयरों की हस्तांतरणीयता (Transferability of Shares)
5. सामान्य मुहर (Common Seal)
6. मुकदमा करने की क्षमता (Ability to Sue)
7. स्वामित्व की क्षमता (Capacity of Ownership)

Q2. कंपनी की हानियाँ लिखिए।

Ans: कंपनी के नुकसान निम्नलिखित हैं:

1. जटिल (Complex)
2. महँगा (Expensive)
3. पारदर्शिता (Transparency)
4. ज़िम्मेदारी (Responsibility)

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