स्टॉक (Stock) क्या है? अर्थ, विशेषताएं और बहुत कुछ।

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स्टॉक शब्द का अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग अर्थ है, अभी ले लिए वस्तु से संबंधी स्टॉक के बारे में बात कर रहे हैं।

लेखांकन अपने आप में एक दुनिया है और इसलिए इसके अपने मूल सिद्धांत हैं जो लेखांकन प्रणाली को समझने और सुधारने में मदद करते हैं और इन मूल सिद्धांतों में से एक लेखांकन शब्दों का है जो सैद्धांतिक रूप से लेखांकन को समझने में मदद करते हैं और इनमें से एक शब्द है स्टॉक। आमतौर पर, स्टॉक शब्द का उपयोग व्यवसाय में उपलब्ध वस्तुओं को दर्शाने के लिए किया जाता है, या दूसरे शब्दों में कहें तो, वह वस्तु जिसे व्यवसाय ने खरीदा है और अभी तक बेचा नहीं है उसे स्टॉक कहा जाता है।

स्टॉक में कच्चा माल, अर्द्ध-तैयार माल, तैयार माल, आदि शामिल होते हैं और यह व्यवसाय की प्रकृति पर निर्भर करता है उदाहरण के लिए यदि कोई व्यवसाय स्वयं वस्तु का निर्माण करता है तो उसके पास तीनों प्रकार के स्टॉक उपलब्ध हो सकते हैं या यदि कोई व्यवसाय केवल तैयार वस्तु के साथ व्यापार करता है तो उस व्यवसाय के पास केवल तैयार वस्तु का स्टॉक हो सकता है।

स्टॉक (Stock) क्या है? अर्थ, विशेषताएं और बहुत कुछ।

स्टॉक क्या है? (What is Stock?)

स्टॉक एक लेखांकन शब्द है जिसका उपयोग किसी विशिष्ट समय अवधि में व्यवसाय में उपलब्ध वस्तु का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है। सरल शब्दों में कहें तो, व्यवसाय के भीतर पड़े वस्तु को स्टॉक कहा जाता है। यह व्यवसाय की एक चालू संपत्ति है और इसे व्यापार खाता के क्रेडिट पक्ष और बैलेंस शीट के संपत्ति पक्ष में समापन स्टॉक के रूप में दिखाया जाता है। आम तौर पर एक व्यवसाय में, यह खरीद किए जाने पर बढ़ता है और बिक्री किए जाने पर घटता है।

किसी भी व्यवसाय के लिए वस्तु तभी स्टॉक कहलाता है जब उस वस्तु पर उसका कब्जा या स्वामित्व हो, यदि किसी व्यवसाय के पास उस वस्तु पर कब्जा या स्वामित्व नहीं है तो उसे उस व्यवसाय के लिए स्टॉक नहीं कहा जाता है, और वस्तु पर कब्जा या स्वामित्व किसी भी व्यवसाय को खरीद के माध्यम से प्राप्त होता है चाहे वह खरीद नकद में हो या उधार में।

लेखांकन में स्टॉक का प्रबंधन स्टॉक खाता के माध्यम से किया जाता है लेकिन सभी व्यवसाय यह खाता नहीं बनाते हैं। जब भी कोई स्टॉक खाता या उससे संबंधित खाता बंद किया जाता है, तो उस समय बचा हुआ स्टॉक समापन स्टॉक कहलाता है जो बाद में प्रारंभिक स्टॉक बन जाता है। स्टॉक खाता या उससे संबंधित खाता आमतौर पर वित्तीय वर्ष के अंत में बंद किया जाता है लेकिन व्यवसाय चाहे तो इससे पहले भी ऐसा कर सकता है। ध्यान दें: शासी प्राधिकरण इसे प्रभावित कर सकता है।


स्टॉक की विशेषताएं (Features of Stock)

स्टॉक की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. लेखांकन शब्द (Accounting Term):

स्टॉक एक लेखांकन शब्द है जिसका उपयोग किसी विशिष्ट समय अवधि में किसी व्यवसाय में उपलब्ध/पड़े हुए वस्तु को दर्शाने के लिए किया जाता है और किसी भी वस्तु को किसी व्यवसाय के लिए तब तक ही स्टॉक माना जाता है जब तक उस वस्तु का कब्ज़ा/स्वामित्व उसके पास होता है। एक बार जब कोई व्यवसाय वस्तु बेच देता है तो उसे व्यवसाय के लिए स्टॉक नहीं माना जाता है, भले ही वह वस्तु अभी भी व्यवसाय के पास पड़ा हो।

2. संपत्ति (Asset):

स्टॉक व्यवसाय की एक संपत्ति है क्योंकि व्यवसाय ने इसे पहले ही खरीदा होता है और इस पर व्यवसाय का स्वामित्व या कब्ज़ा होता है। संपत्ति में यह एक चालू संपत्ति या कार्यशील संपत्ति है क्योंकि यह माना जाता है कि इसका कारोबार कम समय अवधि में किया जाता है जो आमतौर पर एक वर्ष से कम होता है और इसे बैलेंस शीट के संपत्ति पक्ष पर चालू परिसंपत्ति के तहत दिखाया जाता है।

3. पुस्तकों पर दर्ज (Recorded on the Books):

स्टॉक को लेखांकन पुस्तक जैसे बही खाता, व्यापार खाता, बैलेंस शीट, आदि में दर्ज किया जाता है। बही खाता में स्टॉक से जुड़े सभी लेन-देन दर्ज किए जाते हैं और व्यापार खाता में इसे समापन स्टॉक के तौर पर क्रेडिट पक्ष में दर्ज किया जाता है और बैलेंस शीट में इसे समापन स्टॉक के तौर पर वर्तमान संपत्ति के तहत सम्पति पक्ष में दर्ज किया जाता है। ध्यान दें: व्यापार खाता और बैलेंस शीट में इसे तभी दर्ज किया जाता है जब व्यवसाय में समापन स्टॉक उपलब्ध होता है।

4. कब्जा/स्वामित्व (Possession/Ownership):

स्टॉक पर व्यवसाय का स्वामित्व/कब्ज़ा होता है, क्योंकि किसी भी व्यवसाय के लिए कोई भी वस्तु स्टॉक तब कहलाता है जब उस वस्तु पर उसका स्वामित्व/कब्ज़ा होता है। सरल शब्दों में कहें तो जब कोई व्यवसाय वस्तु खरीदता है तो उसे उस वस्तु का स्वामित्व/कब्ज़ा मिल जाता है जिसके कारण व्यवसाय को उस वस्तु पर अधिकार मिल जाता है और जैसे ही वह उस वस्तु को बेचता है तो वह उस वस्तु का स्वामित्व/कब्ज़ा खो देता है जिसके कारण व्यवसाय उस वस्तु पर अपना अधिकार भी खो देता है।

5. वर्गीकृत (Classified):

स्टॉक को मुख्य रूप से तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है जैसे कच्चा माल, अर्ध-तैयार माल और तैयार माल और इस वर्गीकरण को माल के चरणों के रूप में भी जाना जाता है। व्यवसाय के पास किस प्रकार का स्टॉक है, यह व्यवसाय की प्रकृति पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, विनिर्माण व्यवसाय में, तीनों प्रकार के स्टॉक उपलब्ध हो सकते हैं।


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QNA/FAQ

Q1. स्टॉक क्या है?

Ans: स्टॉक एक लेखांकन शब्द है जिसका उपयोग किसी विशिष्ट समय अवधि में व्यवसाय में उपलब्ध वस्तु का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है।

Q2. क्या स्टॉक व्यवसाय की संपत्ति है?

Ans: हां, स्टॉक व्यवसाय की संपत्ति है।

Q3. क्या स्टॉक को लेखांकन पुस्तकों में दर्ज किया जाता है?

Ans: हां, स्टॉक को लेखांकन पुस्तकों में दर्ज किया जाता है।

Q4. क्या स्टॉक वर्गीकृत है?

Ans: हां, स्टॉक को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है:

1. कच्चा माल (Raw Material)
2. अर्द्ध-तैयार माल (Semi-finished Goods)
3. तैयार माल (Finished Goods)

Q5. स्टॉक की विशेषताएं लिखिए।

Ans: स्टॉक की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. स्टॉक एक लेखांकन शब्द है।
2. स्टॉक व्यवसाय में पड़े माल का प्रतिनिधित्व करता है।
3. स्टॉक व्यवसाय की एक चालू संपत्ति है।
4. स्टॉक को लेखांकन पुस्तकों में दर्ज किया जाता है।
5. स्टॉक को तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है।
6. स्टॉक पर स्वामित्व/कब्ज़ा होता है।
7. स्टॉक खरीद के कारण बढ़ता है।
8. स्टॉक बिक्री के कारण घटता है।

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