व्यवसाय स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं को बेचकर लाभ कमाना होता है जिसके लिए व्यवसाय में वस्तुओं और सेवाओं को खरीदते और बेचते हैं। कोई व्यवसाय तभी लाभदायक हो सकता है जब आय खर्चों से अधिक होता है, इसके लिए व्यवसाय में विभिन्न लेखांकन रिपोर्टें तैयार की जाती हैं। प्रत्येक रिपोर्ट व्यवसाय को समझने में सहायक होते हैं। लेखांकन रिपोर्ट तभी तैयार की जा सकती है जब सभी आर्थिक लेनदेन को व्यवस्थित रूप से रिकॉर्ड और प्रबंधित किया जाता है।
व्यापार से संबंधित सभी प्रत्यक्ष आय और व्यय व्यापार खाते में दर्ज किए जाते हैं। यदि किसी व्यवसाय में विनिर्माण खाता तैयार किया जाता है तो उसमें उससे संबंधित प्रत्यक्ष आय और व्यय को दर्ज किया जाता है। व्यापार खाता लाभ एवं हानि खाते से पहले तैयार किया जाता है क्योंकि इसके बिना लाभ एवं हानि खाता तैयार नहीं किया जा सकता है।
Table of Contents
व्यापार खाता का उद्देश्य (Objectives of Trading Account)
व्यापार खाता का उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. सकल लाभ और हानि (Gross Profit and Loss):
व्यापार खाता का पहला और मुख्य उद्देश्य व्यापारिक लेनदेन की प्रत्यक्ष आय और व्यय का उपयोग करके सकल लाभ और हानि की गणना करना है। सकल लाभ और हानि की गणना करने के लिए सभी प्रत्यक्ष खर्चों को डेबिट पक्ष में और सभी प्रत्यक्ष आय को क्रेडिट पक्ष में दर्ज किया जाता है। जब सभी लेनदेन को दर्ज कर किया जाता है तो दोनों पक्षों को जोड़ा दिया जाता है, यदि डेबिट पक्ष, क्रेडिट पक्ष से अधिक होता है तो इसका मतलब सकल हानि है और यदि क्रेडिट पक्ष डेबिट पक्ष से अधिक होता है तो इसका मतलब सकल लाभ है।
2. व्यापारिक लेनदेन का प्रबंधन (Management of Trading Transactions):
व्यापार खाता का उद्देश्य व्यापारिक लेनदेन को प्रबंधित करना भी है क्योंकि व्यापारिक लेनदेन के बिना किसी भी व्यवसाय को नहीं चलाया जा सकता है। व्यापार लेनदेन में बिक्री, खरीद, बिक्री वापसी, खरीद वापसी, प्रत्यक्ष व्यय आदि शामिल हैं। व्यापार खाते में केवल व्यापार से संबंधित प्रत्यक्ष आय और व्यय दर्ज किए जाते हैं। यदि प्रारंभिक और समापन स्टॉक उपलब्ध है तो इसे भी व्यापार खाते में दर्ज किया जाता है। सभी प्रत्यक्ष व्यय और प्रारंभिक स्टॉक डेबिट पक्ष पर दर्ज किए जाते हैं और सभी प्रत्यक्ष आय और समापन स्टॉक क्रेडिट पक्ष पर दर्ज किए जाते हैं।
3. प्रत्यक्ष आय और व्यय (Direct Income and Expenses):
व्यापार खाता तैयार करने से प्रत्यक्ष आय और व्यय को एक जगह देखा जा सकता है, इसलिए व्यापार खाता का एक उद्देश्य यह भी है। व्यवसाय में सकल लाभ और हानि को प्रत्यक्ष आय और व्यय का प्रबंधन करके प्रबंधित किया जा सकता है। प्रत्यक्ष व्यय में खरीदारी, आवक माल ढुलाई, मजदूरी, कारखाना किराया, आयात शुल्क आदि शामिल हैं और प्रत्यक्ष आय में बिक्री, लाइसेंस शुल्क, रॉयल्टी आदि शामिल हैं।
4. निर्णय लेने में मदद (Helps in Decision Making):
प्रबंधन को निर्णय लेने में मदद करना भी व्यापार खाता का एक उद्देश्य है क्योंकि डेटा के बिना प्रबंधन व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित निर्णय नहीं ले सकता है। व्यापार खाता किसी व्यवसाय में एक निश्चित अवधि में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों का सारांश दिखाता है जिसकी मदद से प्रबंधन उचित निर्णय ले सकता है जैसे कि प्रत्यक्ष खर्चों को कैसे कम किया जाए, बिक्री बढ़ाई जाए या नहीं, खरीदारी कम की जाए या नहीं, आदि।
5. कीमत रणनीति (Price Strategy):
व्यापार खाता का एक अन्य उद्देश्य प्रबंधन को वस्तुओं और सेवाओं के लिए उचित मूल्य निर्धारण रणनीति अपनाने में मदद करना भी है क्योंकि उचित मूल्य निर्धारण रणनीति अपनाए बिना व्यवसाय को नुकसान हो सकता है। व्यापार खाता प्रत्यक्ष आय-व्यय और प्रारंभिक-समापन स्टॉक डेटा प्रदान करता है जिसकी सहायता से प्रबंधन मूल्य निर्धारण के लिए उचित रणनीति अपना सकता है। नोट: उचित मूल्य निर्धारण रणनीति के लिए लाभ और हानि खाता का डेटा भी आवश्यक है।
6. विश्लेषण करने में मदद (Helps in Analyzing):
व्यापारिक लेनदेन का विश्लेषण करने में प्रबंधन की मदद करना भी व्यापार खाते का एक उद्देश्य है क्योंकि व्यापारिक लेनदेन के विश्लेषण किए गए डेटा की मदद से प्रबंधन विभिन्न उचित निर्णय ले सकता है। व्यापारिक लेनदेन के विश्लेषण में प्रत्यक्ष व्यय, प्रत्यक्ष आय, प्रारंभिक स्टॉक, समापन, स्टॉक, प्रत्यक्ष रिटर्न, सकल लाभ और हानि आदि शामिल हैं। प्रबंधन विश्लेषण किए गए डेटा की तुलना भी कर सकता है।
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QNA/FAQ
Q1. क्या व्यापार खाता सकल लाभ और हानि की गणना करता है?
Ans: हाँ, व्यापार खाता प्रत्यक्ष आय-व्यय और प्रारंभिक-समापन स्टॉक की सहायता से सकल लाभ और हानि की गणना करता है।
Q2. क्या व्यापार खाता उचित मूल्य रणनीति अपनाने में मदद करता है?
Ans: हां, व्यापार खाता उचित मूल्य निर्धारण रणनीति अपनाने में मदद करता है, लेकिन इसके लिए अन्य रिपोर्टों का भी उपयोग किया जाता है।
Q3. व्यापार खाता के किस पक्ष पर (तरफ) प्रत्यक्ष व्यय दर्ज किए जाते हैं?
Ans: प्रत्यक्ष व्यय व्यापार खाते के डेबिट पक्ष पर दर्ज किए जाते हैं।
Q4. व्यापार खाता के किस पक्ष पर (तरफ) प्रत्यक्ष आय दर्ज की जाती है?
Ans: प्रत्यक्ष आय व्यापार खाते के डेबिट पक्ष पर दर्ज की जाती है।
Q5. व्यापार खाता के उद्देश्य लिखिए।
Ans: व्यापार खाता का उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. व्यापार खाता का उद्देश्य सकल लाभ और हानि की गणना करना है।
2. व्यापार खाता का उद्देश्य व्यापारिक लेनदेन का प्रबंधन करना है।
3. व्यापार खाता का उद्देश्य प्रत्यक्ष आय और व्यय को एक ही स्थान पर दिखाना है।
4. व्यापार खाता का उद्देश्य निर्णय लेने में प्रबंधन की सहायता करना है।
5. व्यापार खाता का उद्देश्य उचित मूल्य निर्धारण रणनीति अपनाने में प्रबंधन की मदद करना है।
6. व्यापार खाता का उद्देश्य व्यापारिक लेनदेन के विश्लेषण में मदद करना है।