लाभ और हानि खाता (Profit and Loss Account) क्या है? अर्थ, विशेषताएँ और बहुत कुछ।

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प्रत्येक व्यवसाय का मुख्य उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं को बेचकर लाभ कमाना होता है क्योंकि व्यवसाय लाभ कमाने के लिए ही शुरू किया जाता है, इसके लिए व्यवसाय को यह जानना बहुत जरूरी है कि व्यवसाय लाभ कमा रहा है या हानि। बिना लाभ-हानि को जाने व्यवसाय में उचित निर्णय (संबंधित) नहीं लिए जा सकता क्योंकि जब तक यह पता नहीं होगा कि व्यवसाय की स्थिति और प्रदर्शन क्या है।

किसी भी व्यवसाय में लाभ और हानि जानने के लिए लाभ और हानि खाता तैयार किया जाता है, जिसके लिए व्यवसाय के सभी आर्थिक लेनदेन को व्यवस्थित रूप से दर्ज और प्रबंधित किया जाता है। लाभ एवं हानि खाता जब चाहे तब तैयार नहीं किया जा सकता क्योंकि इसे तैयार करने के लिए सभी संबंधित खातों को बंद करना पड़ता है ताकि उनकी राशि इसमें दर्ज की जा सके, इसीलिए लाभ एवं हानि खाता वित्तीय वर्ष के अंत में तैयार किया जाता है। प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके इसे बनाना बहुत आसान हो गया है।

लाभ और हानि खाता (Profit and Loss Account)

लाभ और हानि खाता (Profit and Loss Account) क्या है?

लाभ एवं हानि खाते का अर्थ (Meaning of Profit and Loss Account)

लाभ और हानि खाता आय और व्यय का सारांश है और व्यवसाय का वित्तीय विवरण है। लाभ एवं हानि खाते को आय विवरण के रूप में भी जाना जाता है। इसमें नाममात्र खाते का नियम लागू होता है जिसके कारण सभी खर्च डेबिट पक्ष में और सभी आय क्रेडिट पक्ष में दर्ज की जाती हैं। लाभ एवं हानि खाते में सकल लाभ एवं हानि (Gross Profit & Loss) के साथ केवल अप्रत्यक्ष आय एवं व्यय (Indirect Income & Expenses) को दर्ज किया जाता है। जब सभी संबंधित लेनदेन इसमें दर्ज किए जाते हैं, तो यह पता चलता है कि व्यवसाय में लाभ हुआ है या हानि।

P&L A/C में लागू नियम

सभी खर्चों और हानियों को डेबिट करें (Debit all expenses and losses)
सभी आय और लाभ को क्रेडिट करें (Credit all income and gains)

लाभ एवं हानि खाता तैयार करने के लिए सबसे पहले सभी लेन-देन की पहचान की जाती है, फिर मापा जाता है, फिर रिकॉर्ड किया जाता है, फिर विभाजित किया जाता है, फिर विनिर्माण खाता* तैयार किया जाता है, फिर व्यापार खाता तैयार किया जाता है, और अंत में लाभ और हानि खाता तैयार किया जाता है।


लाभ एवं हानि खाते की परिभाषा (Definition of Profit and Loss Account)

प्रोफेसर कार्टर के अनुसार – “लाभ एवं हानि खाता एक ऐसा खाता है जिसमें सभी लाभ और हानि को एकत्रित किया जाता है, ताकि हानि पर अतिरिक्त लाभ का पता लगाया जा सके या इसके विपरीत।”

According to Prof. Carter – “A Profit & Loss Account is an account into which all gains and losses are collected, in order to ascertain the excess gains over the losses or vice-versa.”

अपने शब्दों के अनुसार – “लाभ एवं हानि खाता आय एवं व्यय का सारांश है जिसका उपयोग किसी विशेष अवधि में किसी व्यवसाय में लाभ या हानि निर्धारित करने के लिए किया जाता है।”

According to own word – “Profit and loss account is a summary of income and expenses which is used to determine the profit or loss in a business in a particular period.”


लाभ एवं हानि खाते की विशेषताएं (Features of Profit and Loss Account)

लाभ और हानि खाते की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. वित्तीय विवरण (Financial Statement):

लाभ और हानि खाता एक वित्तीय विवरण है क्योंकि यह अप्रत्यक्ष आय और व्यय (Indirect Income & Expenses) का सारांश दिखाता है और यह वित्तीय विवरण का एक हिस्सा है जिसमें बैलेंस शीट, लाभ और हानि खाता, ट्रेडिंग खाता, विनिर्माण खाता*, नकदी प्रवाह विवरण, आदि शामिल होते हैं। इनका उपयोग करके कोई भी बिजनेस के बारे में अधिक जान सकता है।

2. लाभ और हानि (Profit and Loss):

लाभ और हानि खाता तैयार करने का मुख्य उद्देश्य किसी विशेष अवधि के दौरान किसी व्यवसाय में लाभ या हानि का पता लगाना है। यदि आय व्यय से अधिक है तो इसका अर्थ है कि व्यवसाय में लाभ हुआ है, इसी प्रकार यदि व्यय आय से अधिक है तो इसका अर्थ है कि व्यवसाय में हानि हुई है। इसे दूसरे तरीके से भी समझा जा सकता है जैसे कि यदि क्रेडिट पक्ष डेबिट पक्ष से अधिक है तो इसका मतलब है कि व्यवसाय में लाभ हुआ है, इसी प्रकार यदि डेबिट पक्ष क्रेडिट पक्ष से अधिक है तो इसका मतलब है कि व्यवसाय में हानि हुई है।

3. नाममात्र खाता (Nominal Account):

लाभ और हानि खाता एक नाममात्र खाता है जिसके कारण सभी खर्च डेबिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं और सभी आय क्रेडिट पक्ष में दर्ज की जाती हैं। यदि सकल हानि है तो इसे डेबिट पक्ष में दर्ज किया जाएगा और यदि सकल लाभ है तो इसे क्रेडिट पक्ष में दर्ज किया जाएगा। व्यय में केवल अप्रत्यक्ष व्यय जैसे वेतन, स्टेशनरी, बिक्री व्यय, कार्यालय व्यय इत्यादि दर्ज किए जाते हैं, और आय में केवल अप्रत्यक्ष आय जैसे छूट प्राप्त, प्राप्त ब्याज, प्राप्त कमीशन आदि दर्ज की जाती है।

4. निश्चित अवधि (Certain Period):

लाभ और हानि खाता जब चाहे तब तैयार नहीं किया जा सकता क्योंकि यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया है और इसे तैयार करने से पहले सभी संबंधित खातों को बंद करना पड़ता है ताकि उन्हें इसमें दर्ज किया जा सके। यह आम तौर पर वित्तीय वर्ष के अंत में तैयार किया जाता है, जैसे यदि वित्तीय वर्ष अप्रैल से शुरू होता है तो यह 31 मार्च तक का डेटा लेकर तैयार किया जाएगा।

5. सकल लाभ और हानि (Gross Profit and Loss):

लाभ और हानि खाता सकल लाभ या हानि से शुरू होता है जैसे यदि व्यवसाय में सकल हानि है तो यह सकल हानि से शुरू होता है और यदि व्यवसाय में सकल लाभ है तो यह सकल लाभ से शुरू होता है। सकल हानि और लाभ की गणना व्यापार खाते की सहायता से की जाती है। सकल हानि डेबिट पक्ष पर दर्ज की जाती है और सकल लाभ क्रेडिट पक्ष पर दर्ज किया जाता है।

6. योजना में मदद (Help in Planning):

लाभ और हानि खाता योजना बनाने में मदद करता है क्योंकि यह व्यवसाय के लाभ और हानि का डेटा प्रदान करता है। इसे व्यवसाय के अप्रत्यक्ष आय-व्यय और सकल लाभ-हानि की सहायता से तैयार किया जाता है, जिससे यह पता लगाना आसान हो जाता है कि लाभ-हानि क्यों हो रही है और फिर उसके अनुसार निर्णय लिया जा सकता है। लाभ एवं हानि खाते की सहायता से भविष्य के निर्णय भी लिये जा सकते हैं।


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QNA/FAQ

Q1. लाभ और हानि खाता (Profit and Loss Account) क्या है?

Ans: लाभ और हानि खाता आय और व्यय का सारांश है और व्यवसाय का वित्तीय विवरण है।

Q2. लाभ एवं हानि खाता को किस नाम से भी जाना जाता है?

Ans: लाभ एवं हानि खाते को आय विवरण (Income Statement) के रूप में भी जाना जाता है।

Q3. क्या लाभ और हानि खाते में केवल अप्रत्यक्ष आय और व्यय ही दर्ज किये जाते हैं?

Ans: हां, लाभ और हानि खाते में केवल अप्रत्यक्ष आय और व्यय (सकल लाभ या हानि सहित) दर्ज किए जाते हैं।

Q4. लाभ एवं हानि खाता कौन सा खाता है?

Ans: लाभ एवं हानि खाता एक नाममात्र खाता (Nominal Account) है।

Q5. लाभ एवं हानि खाते में कौन सा नियम लागू होता है?

Ans: लाभ और हानि खाते में नाममात्र खाता नियम लागू होता है।

* सभी खर्चों और हानियों को डेबिट करें (Debit all expenses and losses)
* सभी आय और लाभ को क्रेडिट करें (Credit all income and gains)

Q6. लाभ एवं हानि खाते की विशेषताएँ लिखिए।

Ans: लाभ और हानि खाते की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. लाभ एवं हानि खाता एक वित्तीय विवरण है।
2. लाभ और हानि खाता लाभ या हानि को दर्शाता है।
3. लाभ एवं हानि खाता एक नाममात्र खाता है।
4. लाभ एवं हानि खाता निश्चित अवधि में तैयार किया जाता है।
5. लाभ और हानि खाता सकल लाभ या हानि से शुरू होता है।
6. लाभ एवं हानि खाता योजना बनाने में सहायता करता है।

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