हम अक्सर चेक के बारे में सुनते रहते हैं क्योंकि इसका उपयोग हर जगह किया जाता है और इसे उपयोग करना और एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना आसान है। जब हम बैंक खाता खुलवाते हैं या बैंक जाते हैं तो अक्सर हमसे चेक बुक के बारे में पूछा जाता है। कभी-कभी हमें उनसे कॉल, मैसेज, ईमेल आदि भी मिलते हैं। चेक की सहायता से हम किसी को भुगतान कर सकते हैं यदि वे इसे स्वीकार करते हैं।
जब हम भुगतान करते हैं तो हमारे पास भुगतान करने के लिए विभिन्न तरीके होते हैं जैसे नकद, ऑनलाइन, चेक इत्यादि, भुगतान करने के लिए कौन सा तरीका उपयोग करना है यह पूरी तरह से भुगतानकर्ता, प्राप्तकर्ता और लेनदेन की प्रकृति पर निर्भर करता है। एक दशक पहले चेक का इस्तेमाल अधिक होता था लेकिन ऑनलाइन भुगतान में बढ़ोतरी के कारण चेक का इस्तेमाल कम हो रहा है।
Table of Contents
चेक (Cheque) क्या है?
चेक का मतलब (Meaning of Cheque)
चेक एक उपकरण/दस्तावेज़ है जो बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को जारी किया जाता है, जिसकी मदद से ग्राहक अपने बैंक बैलेंस को प्रबंधित कर सकते हैं, जैसे स्थानांतरण, जमा, निकासी आदि। स्थानांतरण और जमा केवल तभी संभव है जब कोई अन्य खाता शामिल हो। प्रत्येक चेक में एक विशिष्ट पहचान संख्या होती है जो चेक को व्यवस्थित रूप से प्रबंधित करने में मदद करती है।
जो हस्ताक्षर के साथ चेक जारी करता है उसे आहर्ता (Drawer) कहा जाता है और जिस बैंक से चेक निकाला जाता है उसे अदाकर्ता (Drawee) कहा जाता है और जिसका नाम चेक में लिखा होता है या जिसे भुगतान किया जाना है उसे भुगतानकर्ता (Payee) कहा जाता है।
कोई भी चेक तब तक मान्य नहीं होता जब तक उस पर खाताधारक द्वारा हस्ताक्षर न किया गया हो। चेक पर हस्ताक्षर होने पर ही इसका उपयोग लेनदेन के लिए किया जा सकता है। चेक में एक बार तारीख अंकित होने के बाद यह केवल तीन महीने तक ही वैध होता है, पहले यह छह महीने था। चेक जारी करने के बाद उसका भुगतान न करना दंडनीय अपराध है। अलग-अलग देशों में इसकी सजा अलग-अलग हो सकती है।
चेक की परिभाषा (Definition of Cheque)
परक्राम्य लिखत अधिनियम, 1881 की धारा 6 के अनुसार – एक “चेक” एक निर्दिष्ट बैंकर पर आहरित विनिमय का बिल है और मांग के अलावा अन्यथा देय होने के लिए व्यक्त नहीं किया गया है और इसमें काटे गए चेक की इलेक्ट्रॉनिक छवि और इलेक्ट्रॉनिक रूप में चेक शामिल है।”
According to Section 6 of the Negotiable Instruments Act, 1881 – A “cheque” is a bill of exchange drawn on a specified banker and not expressed to be payable otherwise than on demand and it includes the electronic image of a truncated cheque and a cheque in the electronic form.”
कैम्ब्रिज डिक्शनरी के अनुसार – “चेक एक मुद्रित प्रपत्र है जिस पर आप अपने बैंक खाते से भुगतान करने के लिए धनराशि लिख सकते हैं और हस्ताक्षर कर सकते हैं।”
According to the Cambridge Dictionary – “Cheque is a printed form that you can write an amount of money on and sign in order to make a payment from your bank account.”
विकिपीडिया के अनुसार – “चेक एक दस्तावेज है जो बैंक (या क्रेडिट यूनियन) को किसी व्यक्ति के खाते से उस व्यक्ति को एक विशिष्ट राशि का भुगतान करने का आदेश देता है जिसके नाम पर चेक जारी किया गया है।”
According to Wikipedia – “A cheque or check is a document that orders a bank (or credit union) to pay a specific amount of money from a person’s account to the person in whose name the cheque has been issued.”
एचडीएफसी बैंक के अनुसार – “चेक एक दस्तावेज है जिसे आप अपने बैंक को जारी कर सकते हैं, जिसमें उसे उस व्यक्ति को अंकों और शब्दों में उल्लिखित निर्दिष्ट राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया जा सकता है जिसका नाम चेक पर अंकित है।”
According to HDFC Bank – “A cheque is a document you can issue to your bank, directing it to pay the specified sum mentioned in digits as well as words to the person whose name is borne on the cheque.”
चेक की विशेषताएं (Features of Cheque)
चेक की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. उपकरण (Instrument):
चेक एक उपकरण है जिसका उपयोग बैंक को आदेश देने के लिए किया जाता है। इस उपकरण में जो भी लिखा होता है, बैंक को उसे स्वीकार करना होता है, अगर सभी शर्तें पूरी होती हैं तो, जैसे चेक ठीक से भरा होना चाहिए, जिस खाते से इसे जारी किया गया है वह सक्रिय होना चाहिए, खाते में शेष राशि होना चाहिए, सही हस्ताक्षर होने चाहिए, आदि।
2. एमआईसीआर (MICR):
एमआईसीआर का पूरा नाम मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन है और यह बैंक और अन्य संस्थानों द्वारा चेक और दस्तावेजों के लिए उपयोग की जाने वाली तकनीक है। इसका मुख्य कार्य दस्तावेजों की मौलिकता को सत्यापित करना है।
3. अद्वितीय संख्या (Unique Number):
हर चेक का एक अद्वितीय नंबर होता है जिसकी मदद से चेक को प्रबंध किया जाता है। जब कोई बैंक चेक जारी करता है, तो वह प्रत्येक ग्राहक को एक अद्वितीय चेक नंबर श्रृंखला प्रदान करता है। कौन सा चेक नंबर किसके पास है इसकी सारी जानकारी बैंक के पास होती है।
4. लिखा हुआ (Written):
चेक हमेशा लिखित प्रारूप में होता है क्योंकि यह तभी मान्य होता है जब यह लिखित प्रारूप में हो। चेक में हमेशा स्थाई स्याही का प्रयोग किया जाता है ताकि इसका दुरुपयोग होने से रोका जा सके।
5. मौद्रिक (Monetary):
चेक एक मौद्रिक साधन है क्योंकि यह मौद्रिक से संबंधित है। इसका उपयोग केवल तभी किया जा सकता है जब मौद्रिक लेनदेन किया जाता है जैसे बैंक से पैसे ट्रांसफर करना, पैसे निकालना, किसी को भुगतान करना आदि।
6. हस्ताक्षर (Signature):
चेक तभी मान्य होता है जब उस पर हस्ताक्षर हो। जो कोई भी लेनदेन के लिए चेक जारी करना चाहता है उसे चेक पर हस्ताक्षर करना होगा क्योंकि जब तक खाताधारक इस पर हस्ताक्षर नहीं करेगा, तब तक यह लेनदेन के लिए मान्य नहीं होगा। चेक पर हस्ताक्षर वही होना चाहिए जो बैंक में खाताधारक द्वारा दिया गया हो, अन्यथा चेक अस्वीकृत हो जाएगा जिसके कारण चेक जारीकर्ता को हर्जाना (जुर्माना) भरना पड़ सकता है।
7. सार्वभौमिक अवधारणा (Universal Concept):
चेक एक सार्वभौमिक अवधारणा है क्योंकि चेक का उपयोग हर जगह किया जाता है। अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों को चेक जारी करते हैं। ऑनलाइन माध्यम बढ़ने के कारण चेक का उपयोग और चेक की आवश्यकता कम हो रही है।
8. बदलाव नहीं (No Changes):
एक बार चेक जारी होने के बाद उसमें कोई भी बदलाव स्वीकृत नहीं होता है। अगर इसमें कोई बदलाव करना है तो नए चेक का इस्तेमाल करना होगा। गलत तरीके से भरा हुआ चेक या कटे हुए शब्द का इस्तेमाल बैंक द्वारा स्वीकृत नहीं होता है।
9. प्रयोग करने में आसान (Easy to Use):
चेक का उपयोग करना बहुत आसान है क्योंकि इसमें पूर्व-निर्मित प्रारूप होता है, हमें बस कुछ रिक्त स्थान भरने होते हैं, जैसे पार्टी का नाम, तिथि, राशि, हस्ताक्षर आदि। इसे प्रबंधित करना भी आसान है क्योंकि प्रत्येक चेक में एक अद्वितीय संख्या (Unique Number) होती है जिसके उपयोग से इसे प्रबंधित किया जा सकता है।
10. ले जाने में आसान (Easy to Carry):
चेक को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना आसान है क्योंकि यह बहुत छोटा और हल्का होता है। हम नकदी को एक स्थान से दूसरे स्थान तक उतना नहीं ले जा सकते जितना चेक की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सकते हैं।
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QNA/FAQ
Q1. चेक (Cheque) क्या है?
Ans: चेक एक उपकरण/दस्तावेज़ है जो बैंक द्वारा अपने ग्राहकों को जारी किया जाता है, जिसकी मदद से ग्राहक अपने बैंक बैलेंस को प्रबंधित कर सकते हैं, जैसे स्थानांतरण, जमा, निकासी आदि।
Q2. आहर्ता (Drawer) कौन है?
Ans: जो हस्ताक्षर के साथ चेक जारी करता है उसे आहर्ता कहा जाता है।
Q3. अदाकर्ता (Drawee) कौन है?
Ans: जिस बैंक से चेक निकाला जाता है उसे अदाकर्ता कहा जाता है।
Q4. भुगतानकर्ता (Payee) कौन है?
Ans: जिसका नाम चेक में लिखा होता है या जिसे भुगतान किया जाना है उसे भुगतानकर्ता (Payee) कहा जाता है।
Q5. चेक की विशेषताएँ लिखिए।
Ans: चेक की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. चेक एक साधन है।
2. चेक में एमआईसीआर तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
3. प्रत्येक चेक में विशिष्ट संख्या होती है।
4. चेक लिखित में होता है।
5. चेक एक मौद्रिक साधन है।
6. चेक में हस्ताक्षर करना अनिवार्य है।
7. चेक एक सार्वभौमिक अवधारणा है।
8. चेक में परिवर्तन की अनुमति नहीं है।
9. चेक का उपयोग करना आसान है।
10. चेक को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना आसान है।