रोकड़ बही का उपयोग नकदी और बैंक लेनदेन को एक स्थान पर दर्ज करने और प्रबंधित करने के लिए किया जाता है। वास्तविक खाते के नियम रोकड़ बही में लागू होते हैं क्योंकि नकद और बैंक संपत्ति हैं। नकद और बैंक में प्राप्त सभी लेन-देन रोकड़ बही के डेबिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं और नकद और बैंक से भुगतान किए गए सभी लेन-देन रोकड़ बही के क्रेडिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं।
रोकड़ बही को विभिन्न भागों में विभाजित किया गया है ताकि व्यवसाय अपनी आवश्यकताओं के अनुसार इसका उपयोग कर सके जैसे एक-खाना रोकड़ बही (Single-Column Cash Book), दो-खाना रोकड़ बही (Double-Column Cash Book), तीन-खाना रोकड़ बही (Triple-Column Cash Book), और क्षुद्र रोकड़ बही (Petty Cash Book)। प्रत्येक रोकड़ बही के अपने फायदे और नुकसान होते हैं।
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रोकड़ बही के प्रकार (Types of Cash Book)
रोकड़ बही के प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. एक-खाना रोकड़ बही (Single-Column Cash Book):
एक-खाना रोकड़ बही को सरल रोकड़ बही के रूप में भी जाना जाता है जिसका उपयोग केवल नकद लेनदेन को दर्ज करने और प्रबंधित करने के लिए किया जाता है। यदि आप चाहें तो इसका उपयोग नकदी के स्थान पर बैंक के लिए भी कर सकते हैं, लेकिन रोकड़ बही के अनुसार एक-खाना रोकड़ बही का उपयोग केवल नकद लेन-देन के लिए किया जाता है।
एक-खाना रोकड़ बही में प्रत्येक तरफ केवल एक राशि खाना (Amount Column) प्रदान किया जाता है जो नकदी के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें नकद प्राप्त सभी लेनदेन डेबिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं और सभी नकद भुगतान लेनदेन क्रेडिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं।
एक-खाना रोकड़ बही में निम्नलिखित खाना होते हैं:
डेबिट पक्ष (Debit Side) | क्रेडिट पक्ष (Credit Side) |
1. तारीख (Date) 2. विवरण (Particulars) 3. रसीद संख्या (Voucher Number) 4. बही पन्ना संख्या (Ledger Folio – L.F.) 5. राशि (Amount) | 1. तारीख (Date) 2. विवरण (Particulars) 3. रसीद संख्या (Voucher Number) 4. बही पन्ना संख्या (Ledger Folio – L.F.) 5. राशि (Amount) |
एक-खाना रोकड़ बही का प्रारूप:
Date | Particulars | V. No | L.F. | Amount | Date | Particulars | V. No. | L.F. | Amount |
2. दो-खाना रोकड़ बही (Double-Column Cash Book):
दो-खाना रोकड़ बही का उपयोग एक ही स्थान पर दो प्रकार के लेनदेन को एक साथ दर्ज करने के लिए किया जाता है जैसे नकद और बैंक (Cash and Bank), नकद और छूट (Cash and Discount), बैंक और छूट (Bank and Discount) । छूट खाना (Discount Column) का उपयोग केवल तभी किया जाता है जब बिक्री और खरीद में छूट शामिल होता है।
दो-खाना रोकड़ बही में, केवल दो राशि कॉलम (Amount Column) प्रदान किए जाते हैं जिनका उपयोग नकद और बैंक या नकद और छूट या बैंक और छूट के लिए किया जाता है। इसमें सभी प्राप्त लेनदेन डेबिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं और सभी भुगतान लेनदेन क्रेडिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं।
दो-खाना रोकड़ बही में निम्नलिखित खाना होते हैं:
डेबिट पक्ष (Debit Side) | क्रेडिट पक्ष (Credit Side) |
1. तारीख (Date) 2. विवरण (Particulars) 3. रसीद संख्या (Voucher Number – V. No) 4. बही पन्ना संख्या (Ledger Folio – L.F.) 5. राशि – 1 (Amount – 1) 6. राशि – 2 (Amount – 2) | 1. तारीख (Date) 2. विवरण (Particulars) 3. रसीद संख्या (Voucher Number – V. No) 4. बही पन्ना संख्या (Ledger Folio – L.F.) 5. राशि – 1 (Amount – 1) 6. राशि – 2 (Amount – 2) |
दो-खाना रोकड़ बही का प्रारूप:
Date | Particulars | V. No | L.F. | Amount – 1 | Amount – 2 | Date | Particulars | V. No | L.F. | Amount – 1 | Amount – 2 |
3. तीन-खाना रोकड़ बही (Triple-Column Cash Book):
तीन-खाना रोकड़ बही का उपयोग एक ही स्थान पर तीन प्रकार के लेनदेन को एक साथ दर्ज करने के लिए किया जाता है, जैसे नकद, बैंक और छूट। यह रोकड़ बही एक ही स्थान पर नकद, बैंक और छूट को एक साथ प्रबंधित करने के लिए सबसे अच्छी है लेकिन यह अन्य प्रकारों की तुलना में थोड़ी जटिल है।
तीन-खाना रोकड़ बही में, केवल तीन राशि कॉलम (Amount Column) प्रदान किए जाते हैं जिनका उपयोग नकद, बैंक और छूट के लिए किया जाता है। इसमें सभी प्राप्त लेनदेन डेबिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं और सभी भुगतान लेनदेन क्रेडिट पक्ष में दर्ज किए जाते हैं।
तीन-खाना रोकड़ बही में निम्नलिखित खाना होते हैं:
डेबिट पक्ष (Debit Side) | क्रेडिट पक्ष (Credit Side) |
1. तारीख (Date) 2. विवरण (Particulars) 3. रसीद संख्या (Voucher Number – V. No) 4. बही पन्ना संख्या (Ledger Folio – L.F.) 5. राशि – 1 (Amount – 1) 6. राशि – 2 (Amount – 2) 7. राशि – 3 (Amount – 3) | 1. तारीख (Date) 2. विवरण (Particulars) 3. रसीद संख्या (Voucher Number – V. No) 4. बही पन्ना संख्या (Ledger Folio – L.F.) 5. राशि – 1 (Amount – 1) 6. राशि – 2 (Amount – 2) 7. राशि – 3 (Amount – 3) |
तीन-खाना रोकड़ बही का प्रारूप:
Date | Particulars | V. No | L.F. | Amount – 1 | Amount – 2 | Amount – 3 | Date | Particulars | V. No | L.F. | Amount – 1 | Amount – 2 | Amount – 3 |
4. क्षुद्र रोकड़ बही (Petty Cash Book):
व्यवसाय में प्रतिदिन छोटी-छोटी राशि के कई लेन-देन होते रहते हैं। क्षुद्र रोकड़ बही का उपयोग छोटी राशि वाले लेनदेन को दर्ज करने और प्रबंधित करने के लिए किया जाता है। इसके प्रयोग से छोटे-छोटे लेन-देन मुख्य रोकड़ बही में दर्ज नहीं होते। इसमें डाक, स्टेशनरी, वाहन किराया, मजदूरी, विविध व्यय आदि दर्ज किये जाते हैं।
क्षुद्र रोकड़ बही का उपयोग करने का मुख्य उद्देश्य मुख्य रोकड़ बही से लेनदेन की संख्या को कम करना है। क्षुद्र रोकड़ बही मुख्य रोकड़ बही से जुड़ी होती है और जो इसका प्रबंधन करता है उसे क्षुद्र खजांची (Pettry Cashier) कहा जाता है।
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QNA/FAQ
Q1. एक-खाना रोकड़ बही का क्या उपयोग है?
Ans: एक-खाना रोकड़ बही का उपयोग नकद लेनदेन को रिकॉर्ड करने और प्रबंधित करने के लिए किया जाता है।
Q2. क्या तीन-खाना रोकड़ बही जटिल है?
Ans: हाँ, ट्रिपल-कॉलम कैश बुक अन्य प्रकार की कैश बुक की तुलना में जटिल है।
Q3. क्या क्षुद्र रोकड़ बही में केवल छोटे-मोटे लेन-देन ही दर्ज होते हैं?
Ans: हाँ, क्षुद्र रोकड़ बही में केवल छोटे-मोटे लेन-देन ही दर्ज किये जाते हैं।
Q4. नकद, बैंक और छूट को एक साथ रिकॉर्ड करने के लिए किस प्रकार की रोकड़ बही का उपयोग किया जाता है?
Ans: नकदी, बैंक और छूट को एक साथ रिकॉर्ड करने के लिए तीन-खाना रोकड़ बही का उपयोग किया जाता है।
Q5. रोकड़ बही के प्रकार लिखिए।
Ans: रोकड़ बही के प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. एक-खाना रोकड़ बही (Single-Column Cash Book)
2. दो-खाना रोकड़ बही (Double-Column Cash Book)
3. तीन-खाना रोकड़ बही (Triple-Column Cash Book)
4. क्षुद्र रोकड़ बही (Petty Cash Book)