लेखांकन जानकारी की गुणात्मक विशेषताएं (Qualitative Characteristics of Accounting Information)

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लेखांकन जानकारी संगठन से संबंधित व्यक्तियों जैसे मालिक, कर्मचारी, लेनदार, बैंक, निवेशक, आदि के लिए तैयार की जाती है ताकि वे इसके माध्यम से संगठन के बारे में समझ सकें और संबंधित निर्णय ले सकें, इसलिए लेखांकन जानकारी तैयार करते समय विश्वसनीयता (Reliability), प्रासंगिकता/संबंधित (Relevance), समझने योग्य (Understandability), तुलनात्मकता (Comparability), स्थिरता (Consistency), सारता (Materiality), आदि तत्वों का पालन किया जाता है जो लेखांकन जानकारी को परिपूर्ण बनाने में मदद करते हैं और इन्हें लेखांकन जानकारी की गुणात्मक विशेषताएँ भी कहा जाता है।

लेखांकन जानकारी की गुणात्मक विशेषताएं (Qualitative Characteristics of Accounting Information)

लेखांकन जानकारी की गुणात्मक विशेषताएं (Qualitative Characteristics of Accounting Information)

लेखांकन जानकारी की गुणात्मक विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. विश्वसनीयता (Reliability):

लेखांकन जानकारी हमेशा विश्वसनीय होनी चाहिए क्योंकि इससे लेखांकन जानकारी से जुड़े व्यक्तियों का भरोसा बना रहता है। उदाहरण के लिए, लेखांकन जानकारी तैयार करने में इस्तेमाल किए गए डेटा को हमेशा स्रोत दस्तावेजों के साथ समर्थित होना चाहिए और पूरा होना चाहिए, उचित लेखांकन मानकों का पालन किया जाना चाहिए, लेखांकन जानकारी में कोई गलत बयानी नहीं होनी चाहिए, आदि।

2. प्रासंगिकता/संबंधित (Relevance):

यह विशेषता बताता है कि लेखांकन जानकारी हमेशा प्रासंगिक होनी चाहिए क्योंकि इससे सही और प्रासंगिक निर्णय लेने में मदद मिलती है। सरल भाषा में कहें तो जिस उद्देश्य के लिए लेखांकन जानकारी तैयार की जाती है, वह उद्देश्य इसके माध्यम से पूरा होना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि भविष्य की योजना बनाने के लिए लेखांकन जानकारी तैयार की जा रही है, तो इसमें सभी प्रासंगिक जानकारी होनी चाहिए ताकि यह भविष्य की योजना बनाने में मदद करे।

3. समझने योग्य (Understandability):

लेखांकन जानकारी का विश्वसनीय और प्रासंगिक होना ही पर्याप्त नहीं है क्योंकि जब तक यह समझने योग्य नहीं होगा, तब तक इसका उद्देश्य पूरा नहीं होगा। सरल शब्दों में कहें तो लेखांकन जानकारी का उपयोग संगठन की स्थिति, प्रदर्शन, क्षमता आदि के बारे में जानने के लिए किया जाता है और यदि यह संगठन के बारे में बताने में असमर्थ होता है, तो इसका उद्देश्य पूरा नहीं होगा। इसीलिए लेखांकन जानकारी हमेशा समझने योग्य होनी चाहिए।

4. तुलनात्मकता (Comparability):

लेखांकन जानकारी को इस तरह से प्रस्तुत किया जाना चाहिए कि उसकी तुलना अन्य लेखांकन जानकारी से की जा सके। उदाहरण के लिए, दो या अधिक अवधियों के डेटा या किसी फर्म के डेटा की तुलना की जा सके, आदि। यदि संभव हो तो संगठन को तुलनात्मक जानकारी भी प्रदान करनी चाहिए जिससे संबंधित लोगों को संगठन को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी। इसलिए, तुलनात्मकता की विशेषता लेखांकन जानकारी को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

5. स्थिरता (Consistency):

यह विशेषता यह बताता है कि लेखांकन जानकारी और उसमें प्रयुक्त विधियों, सिद्धांतों आदि के बीच स्थिरता होनी चाहिए क्योंकि इससे लेखांकन जानकारी को समझना और उसे एक दूसरे के साथ तुलना करना आसान हो जाता है। यदि कोई संगठन लेखांकन जानकारी में प्रयुक्त विधियों, सिद्धांतों आदि में बार-बार परिवर्तन करता है तो इससे लेखांकन जानकारी को समझने में कठिनाई हो सकती है क्योंकि विधि बदलने से समझने की प्रक्रिया भी बदल जाती है।

6. सारता (Materiality):

लेखांकन जानकारी में केवल उतनी ही जानकारी दी जानी चाहिए जितनी आवश्यक हो क्योंकि अधिक जानकारी देने से उसे समझना कठिन हो सकता है या लेखांकन जानकारी में संदेह पैदा हो सकता है। सरल भाषा में कहें तो लेखांकन जानकारी में केवल प्रासंगिक जानकारी ही अलग से दी जानी चाहिए तथा शेष को संयोजित करके प्रस्तुत किया जाना चाहिए। ध्यान दें: प्रत्येक संगठन के लिए आवश्यक या प्रासंगिक जानकारी अलग-अलग हो सकती है।


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QNA/FAQ

Q1. लेखांकन जानकारी में गुणात्मक विशेषताएं क्यों आवश्यक हैं?

Ans: यह लेखांकन जानकरी को पूर्ण, विश्वसनीय, सटीक, आदि बनाने में सहायता करता है इसीलिए लेखांकन जानकारी में गुणात्मक विशेषताएं महत्वपूर्ण होती हैं।

Q2. लेखांकन जानकारी समझने योग्य क्यों होनी चाहिए?

Ans: लेखांकन जानकारी का उचित उपयोग तब तक नहीं किया जा सकता जब तक वह समझने योग्य न हो, इसलिए लेखांकन जानकारी हमेशा समझने योग्य होनी चाहिए।

Q3. लेखांकन जानकारी में तुलना विशेषता क्या करने में मदद करती है?

Ans: लेखांकन जानकारी में तुलना विशेषता दो या अधिक लेखांकन जानकारी की तुलना करने में मदद करती हैं।

Q4. लेखांकन जानकारी में सारता विशेषता क्या बताती है।

Ans: लेखांकन जानकारी में सारता विशेषता का अर्थ है की लेखांकन जानकारी में केवल उतनी ही जानकारी दी जानी चाहिए जितनी आवश्यक हो।

Q5. लेखांकन जानकारी में कौन सी गुणात्मक विशेषताएं होनी चाहिए?

Ans: लेखांकन जानकारी में निम्नलिखित गुणात्मक विशेषताएं होनी चाहिए:

1. विश्वसनीयता (Reliability)
2. प्रासंगिकता/संबंधित (Relevance)
3. समझने योग्य (Understandability)
4. तुलनात्मकता (Comparability)
5. स्थिरता (Consistency)
6. सारता (Materiality), आदि।

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