एक व्यवसाय में कई सारे लेन-देन होते रहते हैं जिसके कारण कई बार यह पता नहीं चलता कि फलां लेन-देन किससे सम्बन्धित है और इस कारण उस लेन-देन को दर्ज करना सम्भव नहीं हो पाता और यदि उस लेन-देन को छोड़ दिया जाए ताकि बाद में उसके बारे में पता चलने पर उसे दर्ज किया जा सके तो उसके छूट जाने की सम्भावना बनी रहती है, इसलिए इस समस्या के समाधान के लिए उचंति खाता तैयार किया जाता है।
उचंति खाता को किसी भी समय तैयार किया जा सकता है क्योंकि इसमें कोई प्रतिबंध नहीं होता है। इसकी सहायता से लेखांकन में डेबिट और क्रेडिट पक्ष को कुछ समय के लिए प्रबंधित किया जा सकता है क्योंकि यह एक अस्थायी खाता (Temporary Account) है जिसका उद्देश्य कुछ समय के लिए लेखांकन में संतुलन बनाए रखना है। उदाहरण के लिए, जब यह पता न हो कि किसे डेबिट या क्रेडिट करना है, कुछ समय के लिए शेष राशि को संतुलित करना हो, आदि, स्थिति में उचंति खाते का उपयोग किया जा सकता है।
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उचंति खाता क्या है? (What is a Suspense Account?)
उचंति खाता एक अस्थायी खाता (Temporary Account) है जिसका उपयोग संदिग्ध लेनदेन को दर्ज करने के लिए किया जाता है और यह एक ऐसा खाता है जो सभी प्रकार के खातों जैसे व्यक्तिगत खाता, वास्तविक खाता और नाममात्र खाता के अंतर्गत आता है। उचंति खाता का शेष डेबिट और क्रेडिट दोनों हो सकता है क्योंकि इसमें सभी प्रकार के लेनदेन दर्ज किए जा सकते हैं और यह तब तक बना रहता है जब तक इसमें की गई प्रविष्टि सही जगह पर स्थानांतरित नहीं हो जाती।
यदि बैलेंस शीट तैयार करने से पहले उचंति खाता को बंद नहीं किया जाता है, तो इसे बैलेंस शीट पर सम्पत्ति पक्ष में दिखाया जाता है, यदि इसका शेष डेबिट होता है तो और यदि इसका शेष क्रेडिट होता है, तो इसे देनदारी पक्ष पर दिखाया जाता है। इसका इस्तेमाल कुछ समय के लिए ट्रायल बैलेंस को संतुलित करने के लिए भी किया जाता है।
ध्यान दें: उचंति खाता की शेष राशि को खत्म करना आवश्यक होता है।
उचंति खाता की विशेषताएं (Features of Suspense Account)
उचंति खाता की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. अस्थायी खाता (Temporary Account):
उचंत खाता एक अस्थायी खाता है क्योंकि इसका उपयोग केवल अल्प अवधि के लिए किया जाता है, जैसे कि जब तक लेनदेन सही स्थान पर दर्ज नहीं हो जाते, लेखांकन त्रुटियों का पता नहीं लग जाता, आदि। जब लेनदेन सही स्थान पर दर्ज हो जाते हैं और त्रुटियों का पता लग जाता है, तो इसे बंद कर दिया जाता है।
2. संदिग्ध लेनदेन (Doubtful Transactions):
इसमें सभी संदिग्ध लेनदेन दर्ज किए जाते हैं क्योंकि इसका उद्देश्य इस प्रकार की समस्या को हल करना है। उदाहरण के लिए, भुगतान कहां से आया है, किसे भुगतान किया गया है, किसे डेबिट किया जाना है और किसे क्रेडिट किया जाना है, आदि। जब लेनदेन ठीक से सत्यापित हो जाता है, तो इन्हे सही स्थान पर स्थानांतरित कर दिया जाता है।
3. सभी खाता (All Account):
उचंति खाता सभी प्रकार के खातों के अंतर्गत आता है जैसे व्यक्तिगत खाता, वास्तविक खाता और नाममात्र खाता। उदाहरण के लिए, जब व्यय से संबंधित लेन-देन इसमें दर्ज किया जाता है तो यह नाममात्र खाता बन जाता है और जब संपत्तियों से संबंधित लेन-देन दर्ज किया जाता है तो यह वास्तविक खाता बन जाता है और जब किसी व्यक्ति से संबंधित लेन-देन दर्ज किया जाता है तो यह व्यक्तिगत खाता बन जाता है।
4. दोनों शेष (Both Balance):
इसका शेष डेबिट या क्रेडिट हो सकता है क्योंकि इसमें सभी प्रकार के लेन-देन दर्ज किए जाते हैं, यदि डेबिट शेष को दर्ज किया जाता है तो इसका शेष डेबिट होगा और यदि क्रेडिट शेष को दर्ज किया जाता है तो इसका शेष क्रेडिट होगा या डेबिट और क्रेडिट शेष को जोड़ने और घटाने के बाद जो भी आएगा वह इसका शेष होगा।
5. बैलेंस शीट पर दिखाया (Show on the Balance Sheet):
यदि बैलेंस शीट तैयार होने तक इसका शेष पूरी तरह से समाप्त नहीं होता है तो इसे बैलेंस शीट पर दिखाया जाता है। यदि इसका डेबिट शेष होता है तो इसे सम्पति पक्ष में दिखाया जाता है और यदि इसका क्रेडिट शेष होता है तो इसे देनदारी पक्ष में दिखाया जाता है। जब एक बार इसका शेष पूरी तरह से समाप्त हो जाता है तो इसे बैलेंस शीट से हटा दिया जाता है।
6. अस्थायी राहत (Temporary Relief):
उचंति खाता लेखांकन प्रक्रिया के दौरान होने वाली संबंधित समस्याओं से अस्थायी राहत प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, यदि ट्रायल बैलेंस मेल नहीं खा रहा है तो इसमें बेमेल राशि को दिखा कर मेल किया जा सकता है, संदिग्ध लेन-देन को इसमें तब तक दर्ज किया जा सकता है जब तक उसका सत्यापन न हो जाए, आदि। ध्यान दें: बाद में इस समस्या को ठीक करना आवश्यक है।
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- त्रुटियों के सुधार का महत्व (Importance of Rectification of Errors)
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QNA/FAQ
Q1. उचंति खाता क्या है?
Ans: उचंति खाता एक अस्थायी खाता है जिसका उपयोग संदिग्ध लेनदेन को दर्ज करने के लिए किया जाता है।
Q2. क्या उचंति खाता को बैलेंस शीट पर दिखाया जाता है?
Ans: हां, यदि शेष राशि लंबित है तो बैलेंस शीट पर दिखाया जाता है।
Q3. क्या उचंति खाता का शेष डेबिट या क्रेडिट दोनों हो सकता है?
Ans: हां, उचंति खाता का शेष डेबिट या क्रेडिट दोनों हो सकता है।
Q4. उचंति खाता में संदिग्ध लेनदेन को दर्ज किया जाता है। क्या यह सच है?
Ans: हां, यह सच है।
Q5. क्या उचंति खाता अस्थायी राहत प्रदान करता है?
Ans: हां, उचंति खाता अस्थायी राहत प्रदान करता है।
Q6. उचंति खाता की विशेषताएं लिखिए।
Ans: उचंति खाता की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. यह एक अस्थायी खाता है।
2. यह संदिग्ध लेनदेन को दर्ज करता है।
3. यह अस्थायी राहत प्रदान करता है।
4. यह सभी खातों के अंतर्गत आता है।
5. इसका बैलेंस डेबिट या क्रेडिट हो सकता है।
6. इसे बैलेंस शीट पर दिखाया जाता है।
7. यह तब तक बना रहता है जब तक इसका बैलेंस खत्म नहीं हो जाता है।
8. यह निरंतर प्रकृति का है।
9. इसके शेष को खत्म करना जरुरी होता है।
10. यह ट्रायल बैलेंस को संतुलित करने में मदद करता है।